हिमाचल प्रदेश चिकित्सक अधिकारी संघ की केंद्रीय कार्यकारी समिति के सदस्यों की बैठक संघ के प्रधान डॉक्टर जीवानंद चौहान की अध्यक्षता में ऑनलाइन आयोजित की गई । इस में डॉ अनुपम बधन वरिष्ठ उपाध्यक्ष, डॉ राजेश राणा उपाध्यक्ष, डॉ प्रवीण चौहान कोषाध्यक्ष, डॉक्टर दुष्यंत ठाकुर संयुक्त सचिव, डॉक्टर दीपक कैंथला अध्यक्ष शिमला इकाई, डॉक्टर योगराज महासचिव शिमला इकाई, डॉक्टर दिलबाग सिंह अध्यक्ष चंबा इकाई, डॉ सन्नी धीमान अध्यक्ष कांगड़ा इकाई, डॉक्टर उदय महासचिव कांगड़ा इकाई, डॉक्टर विकास ठाकुर अध्यक्ष मण्डी इकाई, डॉक्टर विजय राय महासचिव मंडी इकाई, डॉक्टर मोहित डोगरा महासचिव हमीरपुर इकाई, डॉक्टर प्रदीप कुमार महासचिव बिलासपुर इकाई, डॉ विशाल जमवाल, डॉक्टर पारा उखल, डॉक्टर सुनीश चौहान, डॉक्टर वानिया पठानिया तथा अन्य पदाधिकारियों ने भाग लिया। संघ ने मोबाइल हेल्थ चेकअप टीम में चिकत्सकों की तैनाती का कड़े शब्दों में विरोध किया और सरकार से गुजारिश करता है कि इन हेल्थ चेकअप के बजाय स्वास्थ्य केंद्रों में मिलने वाली सुविधाओं को सुदृढ़ को जाए ताकि जनता को नियमित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों । मोबाइल हेल्थ चेकअप टीम में लैब सुविधाओं के sabhi रूटीन टेस्ट कराना संभव नहीं है। साथ ही हर जगह ब्लड टेस्ट करवाने से बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के रूल्स का भी उल्लंघन होगा इससे पर्यावरण को हानि हो सकती है । मोबाइल हैल्थ टीम में चिकित्सकों की ड्यूटी लगाने पर उन स्वास्थ्य केंद्रों की सेवाएं भी चरमरा जाएंगी जहां से उन्हें चेक अप के लिए भेजा जाएगा । यदि दूर दराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करनी है तो इन जगहों पर नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जाने चाहिए ताकि लोगों को 1 दिन के बजाय प्रतिदिन स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके। इन के लिए चिकित्सकों के पदों को सृजन करने से युवा चकित्सकों को रोजगार भी उपलब्ध होगा। संघ पहले से ही सेवानिवृत्ति के बाद सेवाविस्तार करने की विरोध में रहा है। सेवाविस्तर से अगले लाभार्थियों को पदौन्नति से वंचित रहना पड़ता है। प्रोमोशनल पोस्ट पर सेवाविस्तार के बजाय प्रमोशनल कमेटी बैठाकर इन पदों को भरा जाए। प्रदेश में पहले से ही चिकित्सकों को रोजगार नहीं मिल रहा है ऐसे में किसी व्यक्ति विशेष का सेवाविस्तार करना युवा चक्तिसकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा। प्रदेश में लगभग 10% अनुबंध पर तैनात चिकित्सकों को ग्रेड पे का 150% देय प्रदान नहीं किया गया है । एक ही तिथि ही में नियुक्त चिकित्सकों को अलग-अलग वेतनमान देना न्यायसंगत नहीं है। इस संदर्भ में संघ के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री महोदय एवं स्वास्थ्य सचिव से मिल चुके है लेकिन अब तक कोई ठोस कदम सरकार द्वारा नही लिया गया है। संघ मुख्यमंत्री महोदय का अनुबंध के कर्मियों को ग्रेड पे का 150% देयमान देने के लिए आभारी है लेकिन जो चिकित्सक इससे वंचित रखे गए हैं उनका एरियर शीघ्र प्रदान किया जाए। संघ की सभी मांगे बिल्कुल जायज है अगर इन्हें शीघ्र पूर्ण नहीं किया तो संघ को संघर्ष की राह अपनानी पड़ेगी।
डॉ अनुपम बधन
वरिष्ठ उपाध्यक्ष
हिमाचल प्रदेश चिकित्सक अधिकारी संघ।
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