आज दिनांक 1-09-2022 को जिला स्तरीय बहरापन जागरूकता शिविर का आयोजन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बंदला में किया गया I कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को बहरापन के प्रति जागरूक करना थाI जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ गुरमीत कटोच ने बताया कि कभी भी बिना डॉक्टर की सलाह से कोई दवाई नहीं लेनी चाहिए, कान को हमेशा चोट इत्यादि से बचाना चाहिए, ज्यादा शोर वाले स्थानों पर जाने से बचें, कभी भी संगीत को ज्यादा ध्वनि में ना सुने, यदि आप किसी शोर-शराबे की जगह काम करते हैं तो ईयर प्लग का प्रयोग करें, कान का मैल कभी भी खुद नहीं निकालना चाहिए, इन सभी कारणों से सुनने की क्षमता कम हो सकती है या पूर्णतया जा सकती है I कानों में किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, समय रहते यदि हम उचित चिकित्सा सहायता ले लें तो बहरेपन को काफी हद तक रोक सकते हैं I उन्होंने आगे बताया के जन्म के बाद ही छोटे बच्चों में उसके शैशवकाल से ही यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चा ठीक ढंग से सुन पा रहा है या नहीं इसके लिए आशा कार्यकर्ता द्वारा छोटे बच्चों की घर पर देखभाल करने का कौशल सिखाया गया है, जिसके अंतर्गत आशा कार्यकर्ता जन्म से लेकर 18 महीने तक समय-समय पर बच्चे के विकास पर नजर रखती हैं ताकि किसी भी प्रकार की समस्या हो तो समय पर उसका इलाज करवाया जा सके, साथ ही शिशुओं का संपूर्ण टीकाकरण करवाना भी बहुत जरूरी है ताकि वह बीमारियों से बचे रह सके I
कार्यक्रम में उपस्थित जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सी आर ठाकुर और स्वास्थ्य शिक्षिका अंजलि ने भी बच्चों को कान की बिमारियों से बचने के उपाय बताये I इस मौके पर स्कूल के बच्चों द्वारा पोस्टर प्रतियोगिता में भाग लिया, प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी बच्चों को जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ गुरमीत कटोच और स्कूल की प्रिंसिपल कविता शर्मा द्वारा इनाम वितरित किए गए I
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा स्थित धर्मशाला 🙏
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