‘जनभागीदारी से सुशासन-हिमाचल का महा-क्विज’ बागवानी-कृषि का महाक्विज राउंड 3 संपन्न, जल शक्ति मंत्री ने नवाजे विजेता

Spread the Message
Read Time:8 Minute, 32 Second
धर्मपुर (मंडी) 27 जुलाई- जनभागीदारी से सुशासन- हिमाचल का महाक्विज के अंतर्गत प्रदेश कृषि और बागवानी विभाग द्वारा ‘‘किसानों-बागवानों का उत्थान’’ विषय पर आयोजित रांउड 3 का समापन समारोह आज धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के टीहरा में आयोजित किया गया। समारोह की अध्यक्षता जल शक्ति, बागवानी, राजस्व व सैनिक कल्याण मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने की जबकि कृषि, ग्रामीण विकास, पंचायती राज व पशुपालन मंत्री विरेन्द्र कंवर वीडियो काँन्फ्रेन्सिग के माध्यम से विशिष्ठ अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए ।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 11 मई को शिमला से माईगव हिमाचल, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित ‘‘जनभागीदारी से सुशासन-हिमाचल का महा-क्विज’’ का शुभारंभ किया था। प्रदेश सरकार के वेब पोर्टल माईगव हिमाचल पर आयोजित यह क्विज केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित है। इसमें विभिन्न विषयों पर आधारित 8 राउंड रखे गए हैं।
इस अवसर पर महेन्द्र सिंह ठाकुर ने बागवानों व किसानों के साथ संवाद में कहा कि निचले हिमाचल प्रदेश में बागवानी की अपार संम्भावनाओं को देखते हुए प्रदेश सरकार ने अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई हैं जो सभी किसानों व बागवानों के लिए लाभकारी सिद्ध हो रही हैं।
उन्होंने कार्यक्रम में महाक्विज विजेता प्रगतिशील किसानों-बागवानों को सम्मानित भी किया।
कार्यक्रम में महेन्द्र सिंह ठाकुर ने मोबाईल पर क्लिक करके आनलाईन डीबीटी के माध्यम से 11 जिलों के 173 विजेता किसानों को ₹173000 हस्त्तांतरित किए। प्रत्येक विजेता को 1000 रुपये की धनराशि उनके खाते में डाली गई ।
कार्यक्रम में किसानों बागवानों ने मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर से निचले हिमाचल में बागवानी के अवसर व विस्तार संबधित चर्चा की।
महेंद्र सिंह ठाकुर कहा कि हिमाचल के महाक्विज के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर व प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि जनभागीदारी से सुशासन महाक्विज ने बागवानों व किसानों को सरकार की लाभकारी योजनाओं से अवगत कराने में अहम भूमिका निभाई है।
महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के निचले क्षेत्रों के किसानों व बागवानों की आर्थिकी को सुदृढ़ बनाने को एचपी शिवा प्रोजेक्ट की शुरूआत की गई है। जिसके माध्यम से प्रदेश के सात जिलों में बागवानी से किसानों की आर्थिकी को सुदृढ़ हो रही है। प्रदेश के निचले क्षेत्रों के लिए यह परियोजना न केवल बागवानी के नए द्वार खोल रही है, बल्कि शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए घर बैठे स्वरोजगार का भी एक अहम जरिया साबित हो सकता है। उन्होने कहा कि आने वाले समय में बागवानों की सुविधा के लिये कोल्ड स्टोर स्थापित किया जाएगा ताकि यहां के किसानों व बागवानों को उनकी फसलों का सही व उचित दाम मिल सके। मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री मधु विकास योजना के तहत किसानांे को मधुमक्खी वंशों, गृहों, उपकरणों पर 80 प्रतिशत उपदान दिया जा रहा जिससे 12240 किसान लाभान्वित हुए हैं, इस पर 11.83 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं । उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश खुम्ब विकास योजना के तहत 6.30 करोड़ रुपये व्यय के साथ 552 किसानों को लाभ पंहुचाया गया है ।
प्राकृतिक खेती-खुशहाल किसान योजना में 1,53,643 किसान लाभान्वित – विरेन्द्र कंवर
इससे पहले कृषि मंत्री विरेन्द्र कंवर ने अपने संबोधन में किसानों से प्राकृतिक खेती को बड़के स्तर पर अपनाने का आह्वान किया । उन्होंने कहा कि रासायनिक उर्वरकों व कीटनाशकों के प्रयोग को समाप्त करने तथा किसानों की आय बढाने के उद्देश्य से प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देकर उत्पादन लागत को कम करने पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती- खुशहाल किसान योजना के तहत प्रदेश में 1,53,643 किसान लाभान्वित हुए हैं ।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के उत्थान के लिए लगातार प्रयासरत है । लोगों के लिए किसानी लाभकारी कार्य हो, इसके लिए उनके उत्पादों को सही बाजार और सही कीमत मुहैया करवाने की व्यवस्था मजबूत की गई है । प्रदेश सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए उन्हें सभी जरूरी सहूलियतें प्रदान करने को वचनबद्ध है ।
विजेता बोले… महाक्विज से दोहरा लाभ – ज्ञान भी, ईनाम भी
किसानों-बागवानों का कहना है कि इस महाक्विज के माध्यम से उन्हें योजनाओं की जानकारी बढी है़, जिससे उनका लाभ उठाने में उन्हें काफी आसानी होगी। क्विज में विजेता रहे पालमपुर के रहने वाले शमशेर राणा का कहना है कि यह अपने आप में बहुत शानदार बात है कि प्रश्नोत्तरी के जरिए उन्हें सरकार की योजनाओं के बारे में जानने और समझने का मौका मिला और इसके लिए इनाम भी मिल रहा है। ये दोहरे लाभ की स्थिति है, आम के आम गुठलियों के दाम। वहीं नबाही सरकाघाट के रहने वाले कश्मीर ने कहा कि सरकार की ये पहल समावेशी विकास की बानगी है। वहीं चच्योट के रहने वाले लाभ सिंह ने इस पहल को समाज में जागरूक नागरिकों के निर्माण में भी सहायक बताया।
इस मौके पर प्रतिभागियों ने इस क्विज के बारे में तथा अपने- अपने कृषि और बागबानी के क्षेत्र में विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभ लेकर प्राप्त हुए अनुभव को भी साझा किया।
इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य वन्दना गुलेरिया, संयुक्त निदेशक बागवानी डाॅ. रामलाल, उप-निदेशक बागवानी संजय गुप्ता, उप-निदेशक कृषि, राजेश डोगरा, उप-निदेशक बागबानी हमीरपुर राजेश्वर, बागवानी विषयववाद विशेषज्ञ रमेश ठुकराल, नीरज शर्मा, अंशुल गौतम सहित महाकविज विजेता प्रगतिशील किसान व अधिकारीगण उपस्थित थे ।
Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post मंडी जिले में बीती तिमाही में महिला सशक्तिकरण पर 1.34 करोड़ व्यय
Next post 31 जुलाई को खोले जाएंगे सियूण्ड बांध के गेट
Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com
error: Content is protected !!