मंडी, 6 सितंबर। राष्ट्रीय पोषण अभियान के अंतर्गत मंडी के क्षेत्रीय अस्पताल में मंगलवार को कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मंडी शहर की तमाम आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि अच्छे खानपान तथा हमारे पारंपरिक भोजन और मोटे अनाज जो स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होते हैं, सस्ते, रोचक, कलरफूल, न्यूट्रीयसिस और उनको खाने का मन भी करें। हमारे दैनिक भोजन में बदल कर शामिल होने चाहिए।
उन्होंने बताया कि केद्र सरकार ने इस साल पोषण सप्ताह पर ‘‘सेलिब्रेट वर्ल्ड ऑफ फ्लेवर’’ थीम रखा है, जिसमें हमें नए-नए व्यंजनों को अजमाना चाहिए। इससे स्वास्थ्य व बेहतर जीवन जीने के लिए हमारे मूल स्वभाव जीने में मदद और उचित पोषण मिलेगा।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय पोषण अभियान तहत स्वास्थ्य विभाग मंडी जिले के सभी स्वास्थ्य खंडों पर पंचायत स्तर पर पोषण पंचायत के रूप में जोड़ने तथा 6 माह से उपर वाले शिशुओं, गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं तथा समुदाय के लोगों को जागरूकता शिविरों के जरिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पोषण व खाद्य पदार्थ जो ग्राम स्तर पर उपलब्ध होते हैं, उनमें बहुत ही पोषक तत्व होते हैं। उन्होंने बताया कि दैनिक भोजन में पालक, मेथी, सरसों का साग, अरबी के पते, धनियां, चौलाई चुकंदर, अमरूद, संतरा, किन्नू, नींबू नाशपाती, सेब, अंजीर सहित मोटे अनाज व दालें, दूध, अंडे, मांस, मछली इत्यादि दैनिक भोजन में शामिल करने चाहिए। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश ठाकुर व जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ पवनेश जिला कार्यक्रम अधिकारी ने भी आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं को स्वास्थ्य संबंधी विविध जानकारियां दी।
आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं ने एक पोषण स्टाल लगाकर रेस्पी प्रतियोगिता का आयोजन किया। कार्यक्रम में रेस्पी प्रतियोगिता में आंगनवाड़ी सर्कल सदर, तल्याहड़ और टारना ने भाग लिया। स्वास्थ्य विभाग ने सभी तीनों समूहों की महिलाओं को नकद पुरस्कार दिए गए।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य शिक्षक सोहन लाल, सीडीपीओ वंदना कुमार तथा जिला समन्वयक, आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं सहित करीब 80 लोगों ने भाग लिया।
राष्ट्रीय पोषण अभियान के अंतर्गत मंडी के क्षेत्रीय अस्पताल में मंगलवार को कार्यक्रम आयोजित किया गया
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