हिमाचल प्रदेश चुनाव 2022: ये हैं वो संभावित नाम जिनको चुनाव के बाद पार्टी बना सकती है राज्य का CM।68 सदस्य वाली हिमाचल विधानसभा के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर करने बाद सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार तेज कर दिया है. ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि आखिर किस पार्टी का कौन सीएम दावेदार हो सकता है.
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 12 नवंबर को होगी. आठ दिसंबर तो नतीजे आएंगे और तय हो जाएगा कि सरकार बीजेपी की बनी या कांग्रेस और आप ने बाजी मारी है. हालांकि चुनाव होने और उसके नतीजे आने में अभी वक्त है, लेकिन अभी से ही राज्य का अगला संभावित सीएम कौन होगा इसको लेकर चर्चा तेज हो गई है.
68 सदस्यीय हिमाचल विधानसभा के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर करने बाद सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार तेज कर दिया है. ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि आखिर किस पार्टी का कौन सीएम दावेदार हो सकता है.
जयराम ठाकुर-BJP
जयराम ठाकुर हिमाचल प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री हैं और उन्हें पार्टी ने सिराज निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा है. वह हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पांच बार विधायक रहे हैं. वह 1998 से लगातार जीत रहे हैं. ठाकुर ने एबीवीपी के साथ अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की और 1993 से 1995 तक भाजयुमो के राज्य सचिव का पद भी संभाला. 2006 में, उन्हें हिमाचल प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया.
वह बीजेपी के शासन के दौरान 2009-2012 तक पंचायती राज और ग्रामीण विकास मंत्री थे. 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी सत्ता में आई, लेकिन पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हार गए. ठाकुर की मजबूत राजनीतिक पकड़ और आरएसएस कनेक्शन को देखते हुए, उन्हें राज्य का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था. इस बार भी वही बीजेपी के संभावित सीएम फेस हैं.
सुखविंदर सिंह -कांग्रेस
सुखविंदर सिंह नादौन विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. वह पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं और अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो उन्हें मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों में से एक के रूप में देखा जा रहा है. पार्टी की चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने पहाड़ी राज्य में अहम भूमिका निभाई है. हिमाचल प्रदेश से तीन बार के विधायक सिंह को पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों का समर्थन मिला है.
हालांकि सीएण बनने की बात पर सुखविंदर सिंह ने कहा था, ‘पार्टी सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है. अगर हम हिमाचल में सत्ता में आते हैं तो आलाकमान मुख्यमंत्री तय करेगा. मैं पद के लिए उत्सुक नहीं हूं.”
मुकेश अग्निहोत्री (कांग्रेस)
पार्टी ने हरोली विधानसभा क्षेत्र से मुकेश अग्निहोत्री को मैदान में उतारा है. उन्होंने 2003 में ऊना जिले के संतोकगढ़ (जिसे अब हरोली के नाम से जाना जाता है) से अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और जीता. वह 2007 में फिर से चुने गए.
अग्निहोत्री ने 2012 और 2017 के राज्य विधानसभा चुनावों में फिर से अपनी जीत दर्ज की. परिसीमन से पहले, हरोली निर्वाचन क्षेत्र को संतोखगढ़ के नाम से जाना जाता था. अपने गढ़ से चार बार विधायक रहे अग्निहोत्री राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) रह चुके हैं. अग्निहोत्री 2017 के राज्य विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता चुने गए थे.
प्रतिभा सिंह (कांग्रेस)
प्रतिभा सिंह हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष हैं. वह दिवंगत कांग्रेस के दिग्गज और छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी हैं. प्रतिभा सिंह पहली बार 2004 में मंडी सीट से महेश्वर सिंह को हराकर लोकसभा के लिए चुनी गईं. इस सीट का प्रतिनिधित्व उनके दिवंगत पति वीरभद्र सिंह कर रहे थे. 2013 के उपचुनाव में, उन्होंने उसी निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को हराया. उनके दिवंगत पति के मुख्यमंत्री बनने के बाद मंडी सीट खाली हुई थी.
http://dhunt.in/EsYBQ?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “ABP न्यूज़”