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कुल्लू 5 अगस्त। कुल्लू का सुप्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय लोक नृत्य उत्सव दशहरा इस वर्ष 5 से 11 अक्तूबर तक मनाया जाएगा। यह जानकारी शिक्षा व कला, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने शुक्रवार को जिला परिषद सभागार कुल्लू में अंतरराष्ट्रीय दशहरा पर्व-2022 के आयोजन को लेकर बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि बीते दो सालों तक दशहरा पर्व कोरोना महामारी के चलते केवल प्रतीकात्मक तौर पर ही मनाया जा सका, लेकिन इस बार दशहरा का आयोजन बड़े पैमाने पर और हर्षोंल्लास के साथ मनाया जाएगा। इसे आजादी के अमृत महोत्सव से जोड़ा जाएगा।
गोविंद ठाकुर ने जिला प्रशासन से दशहरा उत्सव को मनाने के लिये अभी से तैयारियां में जुट जाने को कहा। इसके लिये उन्होंने जिला प्रशासन को अलग-अलग समितियां गठित करने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि ‘स्मारिका’ उत्सव की शान होती है जो उत्सव की स्मृतियों को संजोकर रखने का कार्य करती है। इसे एक नये स्वरूप में प्रकाशित किया जाएगा। स्मारिका में नवोदित लेखकों व इतिहासकारों के लेख शामिल किये जाएंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक संध्याएं दो साल बाद आयोजित की जाएंगी। सभी संध्याएं आकर्षक और शानदार होनी चाहिए। अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकारों को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद व दूतावासों के माध्यम से आमंत्रित करने के लिये अभी से पत्राचार करें। उन्होंने कहा कि मित्र देशों के कलाकारों को आमंत्रण भेजना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि उत्सव में स्थानीय कलाकारों को अवसर प्रदान करना उत्सव समिति का दायित्व है। इसके लिये स्थानीय कलाकारों की छंटनी का कार्य करने के लिये एक समिति का गठन किया जाए और ऑडिशन के माध्यम से ही कलाकार मंच पर जाएं। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम अच्छे स्तर के होने चाहिए।
मंत्री ने कहा कि कुल्लू शहर में सड़कों, बिजली और पेयजल लाईनों की मरम्मत, सफाई व्यवस्था, ढालपुर मैदान और देवी-देवताओं के अस्थायी स्थलों के सौंदर्यीकरण के कार्य सितंबर में ही पूरे हो जाने चाहिए। उन्होंने बताया कि दशहरा उत्सव के लिए जिला के देवी-देवताओं को आयोजन समिति की ओर निमंत्रण पत्र भेजे जाएं। उन्होंनेे कहा कि देवी-देवता ही कुल्लू के दशहरा उत्सव की शान हैं। देवी-देवताओं और इनके साथ आने वाले देवलुओं को आयोजन समिति की ओर से सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि इन सुविधाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। इसके लिये अलग से समिति का गठन किया जाए।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि मेला स्थल पर प्लाट आबंटन 25 सितंबर से पूर्व आरंभ कर दिया जाएगा और आबंटन प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी। मेला स्थल पर किसी भी तरह की दुर्घटना को रोकने के लिए आवश्यक प्रबंध किए जाएंगे। अग्निशमन विभाग के मानकों के अनुसार ही दुकानें और अन्य स्टॉल लगाने की अनुमति प्रदान की जाएगी। सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेला स्थल पर पर्याप्त कूड़ेदान और अस्थायी शौचालय स्थापित किए जाएंगे तथा नगर परिषद के माध्यम से अतिरिक्त सफाई कर्मी तैनात किए जाएंगे। सुरक्षा तथा यातायात प्रबंधों को लेकर जिला पुलिस एक व्यापक प्लान तैयार करेगी तथा शहर में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे।
बैठक की कार्यवाही का संचालन अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी प्रशांत सरकैक ने किया। उन्होंने एजेण्डा पढ़ा जिसपर मदवार विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
आनी के विधायक किशोरी लाल सागर, एचपीएमसी के उपाध्यक्ष राम सिंह, एचपीएमसी के सलाहकार रमेश शर्मा, नगर परिषद के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण महंत, पार्षदगण, एसपी गुरदेव शर्मा, एसडीएम मनाली सुरेन्द्र ठाकुर, होमगार्ड के कमांडेंट निश्चिंत नेगी, सहायक आयुक्त शशिपाल नेगी, राज्य महिला आयोग की सदस्य मंजरी नेगी, भाजपा जिला महामंत्री अखिलेश कपूर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने सुझाव दिये।
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