आज़ादी का अमृत महोत्सव के बैनर तले संस्कृति मंत्रालय ने आर्ट ऑफ़ लिविंग के साथ भागीदारी की है ताकि लोगों और युवाओं को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में शिक्षित किया जा सके और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य के लिए ध्यान आदि से सशक्त बनाया जा सके। इस परियोजना का शुभारंभ 26 अक्टूबर 2022 को 20,000 लोगों के जनसमूह के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री बसवराज बोम्मई की मौजूदगी में गुरुदेव श्री श्री रविशंकर द्वारा बैंगलोर में आर्ट ऑफ लिविंग के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय में किया गया।
यह परियोजना आर्ट ऑफ लिविंग के शिक्षकों को ध्यान प्रशिक्षकों के रूप में अपने साथ लेगी, और संस्थानों के प्रतिनिधियों तथा जनता में से इच्छुक व्यक्तियों को ‘ध्यान के राजदूतों’ के रूप में शामिल करेगी, जो साथ मिलकर जनता, विशेष रूप से युवाओं तक पहुंचेंगे। यह योजना युवाओं को बेहतर स्वास्थ्य की ओर सशक्त करने और देश के लिए मजबूत भविष्य निर्मित करने हेतु जन-भागीदारी मॉडल को क्रियान्वित करती है। इस परियोजना को विभिन्न चरणों में लागू किया जाएगा। यह परियोजना भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा समर्थित है और इसका समापन 2023 के स्वतंत्रता दिवस पर होगा।