भारतीय एयरफोर्स के लिए टाटा बनाएगा ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, पहले 16 विमान 2023 से 2025 के बीच आएंगे।
वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगते क्षेत्रों में चीन की ओर से मिल रही चुनौती से निपटने के लिए भारत अत्याधुनिक स्वदेशी मालवाहक विमान सी-295 एम डब्ल्यू बना रहा है जो बेहद दुर्गम क्षेत्रों में छोटी हवाई पट्टियों पर रसद तथा सैनिकों को लेकर उतरने में सक्षम होगा और इससे इससे वायु सेना की ताकत कई गुना बढ जायेगी।यह भारत का पहला स्वदेशी मालवाहक विमान होगा जिसे देश की निजी क्षेत्र की कंपनी टाटा कंर्सोटियम एयरबस डिफेंस के साथ मिलकर देश में ही बना रही है। इस परियोजना के तहत वायु सेना को 56 सी-295 मालवाहक विमान मिलेंगे। रक्षा सचिव डा अजय कुमार ने गुरूवार को त्रिवेन्द्रम से वीडियो कांफ्रेन्स के जरिये संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 अक्टूबर को गुजरात के वड़ोदरा में करीब 21 हजार 935 करोड़ रूपये की इस परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहेंगे।
डा़ कुमार ने बताया कि अनुबंध के तहत वायु सेना को 16 विमान उडने की हालत में तैयार मिलेंगे जिनकी आपूर्ति अगले वर्ष सितम्बर से लेकर अगस्त 2025 तक की जायेगी और बाकी 40 विमान देश में ही बनाये जायेंगे और इनकी आपूर्ति वर्ष 2031 तक की जायेगी। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति ने 8 सितम्बर 2021 को इन विमानों की खरीद को मंजूरी दी थी। इन विमानों का इस्तेमाल सैन्य के साथ असैन्य क्षेत्र में भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि वायु सेना की जरूरत पूरी होने के बाद इस विमान का निर्यात भी किया जायेगा। इससे भारत की विदेशी विमानों पर निर्भरता नहीं रहेगी।
इस मौके पर मौजूद वायु सेना उप प्रमुख एयर मार्शल संदीप सिंह ने बताया कि इस विमान की क्षमता 5 से 10 टन होगी और यह वायु सेना के बेड़े में एवरो मालवाहक विमानों का स्थान लेंगे। यह दुर्गम क्षेत्रों में आधी अधूरी और छोटी हवाई पट्टियों पर रसद और सैनिकों को ले जाने में सक्षम होगा।
इस विमान के बेड़े में शामिल होने के बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की ओर से मिल रही चुनौती से निपटने में मदद मिलेगी। यह विमान 71 सैनिकों , 44 छाताधारी सैनिकों तथा 24 स्ट्रेचर ले जाने की क्षमता से लैस होगा। यह विमान में देश में ही बने इलेक्ट्रानिक वारफेयर सूट से भी लैस होंगे। संवाददाता सम्मेलन में रक्षा मंत्रालय में विशेष अधिकारी नियुक्त अरमाने गिरिधर और महानिदेशक खरीद पंकज अग्रवाल भी मौजूद थे।
http://dhunt.in/EeREF?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “पंजाब केसरी”